करणी प्रेस इंडिया
शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
राजस्थान: मोदीजी के गारंटी भाषणों से जनता ऊब गई:25 में 8-10 सीटें खोने का खतरा!
* करणीदानसिंह राजपूत *
राजस्थान में पहले चरण में मतदान प्रतिशत गिरने का बड़ा कारण मोदीजी के गारंटी भाषाओं से जनता का ऊब जाना और भाजपा का घर घर संपर्क नहीं करना वोटरों को घरों से निकाल कर बूथ तक पहुंचाने में आलसीपन रहा।
भाजपा नेता पदाधिकारी कार्यकर्ता यह मान बैठे कि मोदीजी के लिए वोटर अपने आप वोट देगा। इस बड़ी गलतफहमी से मीडिया को भी तवज्जो नहीं दी गई।
पार्टी की ओर से मिलने वाली राशि को पूरा लगाया जाता संपर्क होता तो वोट प्रतिशत बढ जाता।
*प्रथम चरण में वोट प्रतिशत गिरने का नुकसान भाजपा का माना जा रहा है। कांंग्रेसी और समर्थकों ने वोट डालने में आलस नहीं किया। प्रथम चरण में वोटों की कमजोरी से 5-6 सीटों पर खतरे की शंका है। गैर भाजपाइयों का यह दावा है।
*बड़े अखबारों ने भी एक दो पंक्तियों में लिख ही दिया कि मोदी फैक्टर मुखर नहीं हुआ। असल में मोदी फैक्टर चला ही नहीं। भाजपा उदासीन रही तो लोग भी उदासीन रहे। सोशल मीडिया पर मोदी की ताकतवर आलोचना ने भी मोदी चेहरे को धूमिल किया। पहले भाजपा के कार्यकर्ता हावी रहते थे लेकिन अब कांंग्रेसी हावी रहे।
26 अप्रैल को दूसरे चरण में 13 सीटों पर मतदान होगा। मोदीजी के नाम पर वोट आने का भरोसा किया तो वोट प्रतिशत गिरा हुआ ही रहेगा। 13 सीटों पर भाजपा को कड़ी टक्कर भी है।5-6 सीटों पर खतरा भी माना जा रहा है।हालांकि प्रथम चरण के बाद भाजपा नेता आलस छोड़ कर वोटरों को बूथ तक पहुंचाने में सक्रिय हो सकते हैं लेकिन आजकल कार्यकर्ता अपने खर्च पर ऐसी सेवाएं नहीं देते। प्रत्याशियों पर है कि वे कार्यकर्ताओं का आलस कितना दूर करते हैं।०0०:
25 अप्रैल 2024.
सूरतगढ़: लोकसभा मतदान के बाद काग्रेसी खुश क्यों हैं? भाजपा का अपना दावा.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांंग्रेसी लोकसभा चुनाव मतदान के बाद से खुश हैं। उनका मानना है कि विधानसभा चुनाव में डुंगरराम गेदर ने जो लीड ली थी वह भाजपा पूरी कवर नहीं कर पाई। उनका दावा है कि सूरतगढ़ से कांंग्रेस को फिर बढत मिली है और उसका कारण भाजपा की ढील मानते हैं।
* भाजपा ने अपने लोगों पर लोकसभा चुनाव में भी कंट्रोल नहीं कर पाई।
* कड़वा सच्च यह है अनेक भाजपाइयों के मुंह पर नाम और मन बेईमानी से काले रहे।अपने आपको संस्कारित भाजपाइयों ने विधानसभा चुनाव में रामप्रताप कासनिया से घात कर 50 हजार से अधिक वोटों से हराया। लेकिन प्रियंका बेलान ने क्या बिगाड़ा जो उसके साथ भी घात की जिससे वोट कम मिले। कासनिया की हार के वोटों की पूर्ति लोकसभा चुनाव में क्यों नहीं की गई?जिसके कारण कांंग्रेसी खुश हो रहे हैं।
👌 कासनिया पर आरोप रहा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं के काम नहीं किये। लेकिन इस आरोप में अधिक दम नहीं है।
👍लेकिन प्रियंका बेलान पर तो कोई आरोप नहीं था। वह लोकसभा का चुनाव पहली बार लड़ रही थी। मोदी मोदी कहते रहे उसी मोदी ने ही टिकट फाईनल की थी लेकिन सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जितने वोट मिलने थे उतने नहीं मिले। यह कांंग्रेसी दावा है जिससे वे खुश हैं।
👍 मन में बेईमानी रही कि प्रियंका जीत न जाए। प्रियंका जीतेगी तो आगे भविष्य के लिए यह नेता बन जाएगी। इसकी ही चलेगी और आगे टिकट पर दावा रहेगा। हर चुनाव में सलाह इसी की चलेगी। सुनते रहे हैं कि राजनीति बड़ी कुत्ती ( गंदी) होती है और यह सच्च में हो रही है।अपने ही अपनों को मार देते हैं। बहुत कड़वा सच्च है। प्रियंका को 40 से 50 हजार की लीड मिलनी थी लेकिन चर्चा दर चर्चा के अनुसार वह मिलती हुई लग नहीं रही।
👌भाजपाई और संस्कारित लाबी दावे कुछ भी करें लेकिन सच्चाई यह है कि शहर में हर गली में वोटों के लिए संपर्क ही नहीं किया गया। अनेक मोहल्लों में कोई भी भाजपा नेता कार्यकर्ता नहीं पहुंचा। मतदान के दिन बूथों पर बैठे रहे जबकि पहले आग्रह कर घरों से निकाल निकाल कर मतदान करवाया जाता था। नगरपालिका चुनाव के लिए मुंह धोने वाले भी टेबलों पर जमे रहे। अपना वोट देकर घरों में जा सो गये।
👍 नेताओं का कालापन धीरे धीरे खुल रहा है वह अभी परिणाम आने तक और अधिक खुल जाएगा।
👌 जो कासनिया के साथ घात की गई वैसी ही घात प्रियंका के साथ की गई। भाजपा कड़ी समीक्षा करे तो मालुम हो जाएगा कि कौन कौन केवल मुंह दिखाने फोटो खिंचवाने ही आए। सभा में उपस्थित और वैसे लापता रहे
👌👌भाजपा भी दावा कर रही है की प्रियंका बेलान की जीत पक्की है। लेकिन किस विधानसभा क्षेत्र से कितने वोट मिले? यह परिणाम आने के बाद ही मालुम हो पाएगा लेकिन यह साफ हो जाएगा कि कितने वोट मिलने चाहिए थे और कितने मिले? कांंग्रेसी खुश हैं और चर्चा भी है कि सूरतगढ़ में कांंग्रेस भारी रही। तीन विधानसभा क्षेत्रों सादुलशहर गंगानगर हनुमानगढ़ में भाजपा ने कड़ी मेहनत की यह भी जन चर्चा बनी हुई है।विधायकों गुरवीरसिंह,जयदीप बिहाणी और गणेश राज बंसल प्रियंका को विजयी बनाने के लिए जोरशोर से लगे थे। शराबबंदी नशामुक्ति आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा ने लोकसभा क्षेत्र में अनेक स्थानों पर सभाएं कर प्रियंका का भरपूर सहयोग किया। पूजा भारती छाबड़ा कुछ दिनों पहले ही भाजपा की सदस्य बनी। वैसे राजनीतिक कर्मक्षेत्र सूरतगढ़ है।
सूरतगढ़ रायसिंहनगर श्रीकरणपुर पीलीबंगा में कांंग्रेस के मजबूत रहने के दावे हो रहे हैं।०0०
24 अप्रैल 2024.
महाभारत से भी बड़ा महाभारत जीतेंगे राजपूत क्षत्रिय चल पड़े युद्ध को 36 कौमों के साथ
* करणीदानसिंह राजपूत *
महाभारत से भी बड़ा महाभारत जीतने का संकल्प लेकर सत्ता को चुनौती देते पराजित करने को राजपूत क्षत्रियों एक आवाज राजस्थान से होती हर राज्य में फैली और यह एकता आजादी के बाद पहली बार देख रहा हूं। मेरे पत्रकारिता जीवन के 60 वें वर्ष में सन् 2024 में यह जयघोष इतिहास रचेगा।
*यह चुनावी युद्ध अब हर सीट पर हो गया है। युवा से लेकर जीवन के अंतिम पड़ाव के हर राजपूत नर नारी को धैर्य और कुशलता से लड़ना है।क्योंकि यह लड़ाई व्यक्तिगत नहीं सत्ता के साथ हर व्यक्ति के लिए है और राजपूत क्षत्रिय का जन्म ही आम जन की सुरक्षा रक्षा करने के लिए होता है।
* लोकतंत्र में सब अधिकार अपने में समाहित करने की पद्धति पर चलना और मैं 2024 में फिर आऊंगा और भयभीत करने के लिए कहना कि 2029 में भी हमारा ही राज होगा।हमने तो 2050 तक के लिए योजनाएं बना ली हैं।
* लोकतंत्र में कभी ऐसा अहंकारी दावा कोई नहीं कर सकता जैसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय नेता कर रहे हैं। सामने वाले को सदा के लिए खत्म कर देने के बोल हुए तो पीछे धकेले जा रहे राजपूतों ने सामने ललकार दी। स्वतंत्रता के बाद राजपूतों को राजनीति में दूर करते करते जीरो करने लगे तो राजपूत जाग उठा। राजपूत की ललकार से चुनाव युद्ध में कूदना मामूली नहीं होता। इसबार का युद्ध संसार में चर्चा बन गया है। मोदीजी 2014 में फिर दुबारा 2019 में प्रधानमंत्री बन गये और अब तीसरी बार फिर सत्ता की चाह में 400 पार का नारा लगा चुके हैं। एक योजना चलाई गई कि 75 वर्ष से बड़ों को टिकट नहीं और स्वयं तीसरी बार आते हैं तो अंत तक उम्र 79 वर्ष हो जाती है।
* संपूर्ण मंत्रियों के विभागों के शिलान्यास लोकार्पण योजनाओं की घोषणाएं केवल मोदीजी करते हैं। मंत्रियों की जरूरत ही नहीं तो फिर इस फौज का खर्चा ही क्यो?
* विधानसभा की टिकट मोदीजी तय करने लगे। मुख्यमंत्री परची से मोदीजी बनाने लगे। लोकसभा सीट की टिकट भी मोदीजी तय करने लगे। यह कैसा लोकतंत्र है?
** देश का पहला प्रधानमंत्री जो प्रेस कान्फ्रेंस नहीं करता। पत्रकारों से बात नहीं करता। गलतियों और घोटालों पर पत्रकार प्रश्न कर देंगे तब जवाब नहीं होगा। संसार भर में बदनामी होगी। लेकिन इलेक्ट्रोल बांड से चंदा लेने का राज इतना खुल गया कि देश को मालुम हो गया की कत्लकारखानों से भी चंदा ले लिया। बड़े घोटाले करने वालों से भी लिया। जिनको ठेके देने थे उनसे भी लिया। बहुत बड़ी सूची है। सोचा तो यही था कि यह कोई भी कभी नहीं जान पाएगा लेकिन संसार जान गया।
*** पीएम केयर फंड का राज भी ऐसे ही किसी दिन खुल जाएगा।
👌 बड़े अखबारों बड़े चैनलों को विज्ञापन की रोक की धौंस से शक्तिहीन बना दिया गया इसलिए मोदीजी के विरुद्ध एक पंक्ति छप नहीं सकती और न प्रसारित हो सकती है।
👌 बड़े बड़े कारोबारियों को करोड़ों रूपये देकर बट्टेखाते डाल दिया गया।
👌 विदेशों से काला धन लाया नहीं गया उल्टा स्विस बैंकों में कालाधन बढ गया। लेकिन आश्चर्य यह है कि खातों की संख्या कैसे बढ गई। यह सहायता सहयोग आखिर किसने किया?
👍 जो लोग करोडो़ं रूपये कर्जा लेकर विदेश भाग गये उनको लाने की घोषणाएं लुप्त हो गई।
👌👌 देश की सीमा में चीन ने अनेक गांवों के नाम बदल दिए लेकिन चुप्पी छाई है। सुब्रह्मण्यम स्वामी के आरोपों का जवाब नहीं है।
* सेना का पेंशन मुद्दा भी है जिसका जवाब नहीं।
👌 पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को छुड़ाने की चर्चा होती रहती है तो यह करते क्यों नहीं। जनता ने तो रोका नहीं।
👌 भाजपा राज्यों में बढते नारी अत्याचार पर कार्यवाही नहीं होती।
👍 ईडी सीबीआई का दुरूपयोग।
* भाजपा में कांग्रेसियों का प्रवेश और मोदी वाशिंग मशीन में सब दाग साफ। बलात्कार के आरोपियों तक को ले लिया।
👍 वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराये में छूट बंद कर दी और दुबारा शुरू नहीं की।
👌👌👌 घोटालों भरी सत्ता से 2024 का यह युद्ध है जिसके लिए राजपूतों क्षत्रियों ने चुनौती दी है और 36 कौमें राजपूतों के साथ खड़ी है कि असली आजादी चाहिए जो मोदीजी ने हड़प ली है।
* इस महाभारत के युद्ध के लिए महाराणा प्रताप को याद कराना चाहता हूं।
💐 हल्दीघाटी में से गुजरते समय मैं रोमांचित था और एक बड़ी ताकत मेरे बदन को जोश से झंकृत कर रही थी और लग रहा था कि महाराणा प्रताप आसपास ही है और वे रोमांचित कर रहे हैं। राजस्थान पत्रिका का राज्य स्तरीय पुरस्कार लेने के लिए मैं और संपादक प्रबंधक आदि कार में सवार थे। वह दिन 5 मार्च 1997 का जब यह रोमांच अनुभव हुआ और आजतक अनेक बार मेरे भाषाओं में व्यक्त कर चुका हूं। उदयपुर में मोतीडूंगरी पर चेतक सवार महाराणा की प्रतिमा हल्दी घाटी युद्ध के लिए रवाना होने से पहले का अहसास कराती। महाराणा का भाल और चेतक की एक एक नस उभरी हुई।
* बस यह युद्ध बड़े जोश से बड़े होश से लड़ना है। सामने पुराने अपने ही हैं जो अहंकार में डूबे हैं उन पर ही तीर चलाने हैं। यह कृष्ण का युद्ध भूमि कुरुक्षेत्र में दिया संदेश याद रखना है।
👌और यह कविता जो जुलाई सन् 2015 में लिखी गई आकाशवाणी से प्रसारित हुई। हर राजपूत के लिए।
***
अर्जुन नहीं कर पाया,तुझे करना है
कविता- करणीदानसिंह राजपूत.
अर्जुन नहीं कर पाया,तुझे करना है
वक्त को जान वक्त को पहचान
क्यों सोया है,गहरी नींद
जाग उठ, सवेरा तुझे करना है
वक्त पल दर पल बदलता है।
अर्जुन कुछ नहीं कर पाया
गांडीव था पास
गोपियां लुटती रही
काल बड़ा बलवान
उठ,बदलदे ये कहावत
तूं धारण कर नया धनुष
मत रख गांडीव नाम
निशाने पर तीर चला
तेरे बाण से होगी रक्षा
बतलादे समाज को
दिखलादे शक्ति
पुरानी कथाओं को
सुनने सुनाने का
वक्त नहीं।
अब अर्जुन का वक्त नहीं
वक्त तेरा है
जागना तुझे है
जागते रहना भी तुझे है
कमान धारण भी तुझे करना है
तीर चलाना भी तुझे है
पुराना सब कुछ भूलना भुलाना है,
मगर कृष्ण को नहीं भूलना
दुष्टों का संहार करने को
तुझे ही तो तीर चलाना ।
मैं वक्त,
बनूंगा तेरे रथ का सारथी
काल बनूंगा
धरती पर आए
छली कपटी बगुला मनुषों का
मगर तीर तुझे चलाना होगा।
ये संगी साथी मित्र प्यारे
फुसलाऐंगे,
ये परिजन प्यारे दुहाई देंगे,
अपनों पर ही वार
करने को रोकेंगे टोकेंगे बतलाऐंगे
पीढी दर पीढ़ी के रिश्ते
तूं किसका करने वाला है संहार
वक्त तो सच्च में सोच को
बदलने को प्रबल होगा
कमान उठाने को
तीर चलाने को
तूं रथ पर चढऩे को तैयार न होगा
नाते रिश्तेदार सखाओं की भीड़
रोने लगेगी,आँसुओं की धारा
बनाएगी रिश्तों की गांठे।
लेकिन काल बड़ा बलवान
पुरानी कहावत बदल कर
संशोधित करके चल।
मैं वक्त, हां मैं वक्त
नए सिरे से लिखूंगा इतिहास
मैं वक्त हूं,
मेरी ताकत को ये नाते रिश्तेदार
संगी साथी पहचानते नहीं
मेरी ताकत को जानते नहीं
मैं वक्त,तुझे रथ तक लाऊंगा
मैं ही शक्ति से रथ पर चढाऊंगा
और मेरी ताकत से तूं
तीर चलाएगा दुष्टों पर
जिनको तूं भ्रम में अपने सखा संगी
नाते रिश्तेदार समझ बैठा है।
मैं वक्त, तुझे नया अर्जुन तो नहीं बनाऊंगा
अर्जुन और कृष्ण तो चेतना है,
लेकिन मैं तुझे उनसे कम भी नहीं रखूंगा।
तेरा नामकरण तो दुनिया करेगी
तेरा नाम तो दुनिया धरेगी
मैं वक्त,
शब्दकोश में रचूंगा नया नाम
जो दुनिया के हर इतिहास में
तुझको स्थापित करेगा।०0०
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करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता का 60 वां वर्ष
सूरतगढ़. ( राजस्थान)
मो. 94143 81356
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💐 जोश जगाए तो शैयर करें। सोशल मीडिया के ग्रुपों में प्रसारित करें।
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बुधवार, 24 अप्रैल 2024
सैनिक कल्याण शिविर 23 व 25 अप्रैल: श्रीगंगानगर व अनूपगढ़ जिले.
* करणीदानसिंह राजपूत *
श्रीगंगानगर, 22 अप्रैल 2024.
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय श्रीगंगानगर द्वारा श्रीगंगानगर व अनूपगढ़ जिले के विभिन्न स्थानों पर 23 व 25 अप्रैल को सैनिक समस्या समाधान शिविर आयोजित किये जायेंगे।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि
* 23 अप्रैल को रायसिंहनगर, पदमपुर, घडसाना व अनूपगढ़ में समस्या समाधान शिविर आयोजित किये जायेंगे।
* 25 अप्रैल को करणपुर व केसरीसिंहपुर में शिविर आयोजित होंगे।
समस्त भूतपूर्व सैनिकों एवं वीरांगनाओं को अपने सभी दस्तावेज पीपीओ, डिस्चार्ज बुक, बैंक पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल जो बैंक खाते से लिंक है, साथ में लेकर आना होगा। शिविर प्रातः 10.30 बजे प्रारम्भ होगा।०0०
रविन्द्रभाटी को विजयी बनाएं-राजस्थानी साहित्यकार मनोज स्वामी की अपील
* करणीदानसिंह राजपूत *
राजस्थानी भाषा के विश्व विख्यात केंद्रीय साहित्य अकादमी से सम्मानित राजस्थानी रामलीला के रचयिता मनोज कुमार स्वामी सूरतगढ़ ने लोकसभा की बाड़मेर सीट से रविंद्र भाटी को विजय बनाने की आम अपील की है।
👌 विदित रहे कि रविंद्र भाटी ने शिव विधानसभा से निर्दलीय विधायक चुने जाने के बाद विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ ग्रहण की थी।मायड़ भाषा के प्रति यह एक अनोखी लोकप्रियता प्राप्त की।
👌 आज रविंद्र भाटी के साथ केवल राजपूत ही नहीं 36 समुदायों के लाखों लोग चुनावी युद्ध के लिए तैयार हैं। राजस्थानी भाषा प्रेमी रविंद्र भाटी अपने बयान भाषण साक्षात्कार आदि अधिकतर राजस्थानी भाषा में देकर बहुत लोकप्रिय हो गए हैं।
* बाड़मेर सीट आज विश्व प्रसिद्ध सीट हो गई है जिसकी चर्चा समाचार संसार के बडे़ राष्ट्रों के चैनलों और रेडियो पर छाए हुए हैं।
* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व अनेक नेता भाजपा को विजयी बनाने के लिए भाषण रोड शौ कर चुके हैं लेकिन जनता निर्दलीय रविन्द्र भाटी के साथ खड़ी है।
👍 मनोज कुमार स्वामी राजस्थानी भाषा के मान्यता के लिए संघर्ष करने वालों में अग्रज है और अनेक पुस्तकें राजस्थानी में लिख चुके हैं। राजस्थानी भाषा की रामलीला भी लिखचुके हैं तथा हर वर्ष राजस्थानी भाषा में सूरतगढ़ में रामलीला का मंचन करवाते हैं। मनोजकुमार स्वामी की अपील बहुत मायने रखती है। यह अपील एक लोकप्रिय चैनल टाईम्स को साक्षात्कार में की गई। ०0०
24 अप्रैल 2024.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 60 वर्ष.
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356.
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मंगलवार, 23 अप्रैल 2024
विदेशों में जमा कालाधन मोदीजी क्यों नहीं लाए?तीसरी बार बड़ा है खतरा
*आम चुनाव में कामचलाऊ प्रधानमंत्री की गारंटी भी रहस्य भरी*
* करणीदानसिंह राजपूत *
लोकसभा के आम चुनाव घोषित होने के बाद कामचलाऊ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी क्या है जिनकी संपत्ति झोला फकीरी बयान है। हमारा क्या है? हम तो फकीर हैं झोला डंडा उठा कर चल देंगे। जो भूल गये या जानबूझकर भुलाना चाहते हैं तो उनको याद कराना जनता को चेताना एक फर्ज बनता है।
नरेन्द्र मोदी इस समय केवल काम चलाऊ प्रधानमंत्री पद पर हैं और कोई बड़ा निर्णय नहीं कर सकते। उनके हाथ में कुछ नहीं है। अभी कोई भी निर्णय कर नहीं सकते और कोई मामूली काम भी आदर्श आचार संहिता में आता है तो निर्वाचन आयोग से अनुमति लेकर ही कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बार बार कहते हैं यह मोदी की गारंटी है। मोदीजी के निजी खाते में रकम हो सकती है। लेकिन उनके फकीरी बयान में तो झोला डंडा का बयान है। मोदी जी इस बयान को भूल गये होंगे जैसे अनेक बड़े बयान भूल गये। मोदी फकीर है और अभी केवल कामचलाऊ प्रधानमंत्री है। उनके पास कुछ भी नहीं फिर यह कैसी गारंटी है? जनता ऐसी गारंटी पर विश्वास क्यों करे जो आगे जाकर बहुत बड़ा झूठ बन सकती है।
👍 पन्द्रह लाख हर नागरिक के खाते में होने के बयान की बात यहां नहीं करता। प्रधानमंत्री बचने के लिए झूठा बन जाए और अपने ही बयान को जुमला कहदे तो उस झूठ की चर्चा करना समय बरबाद करना है।
👌 प्रधानमंत्री के एक अन्य बयान की सच्चाई पर खोजबीन करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि विदेशों में जमा काला धन वापस लाऊंगा और कालेधन जमाखोरों को दंडित किया जाएगा। इस बयान की गहराई तक खोजा जाए तो सब रहस्यमय लगता है।
* काला धन लाया नहीं गया या मोदी लाना ही नहीं चाहते? आश्चर्य इसलिए होता है कि स्विस बैंकों में काला धन बढ गया और खाते भी बढ गये। ये कैसे संभव हुआ?क्या सरकार नींद में थी? इसमें कोई गड़बड़ी हुई जिसे मोदी सरकार देखती रही और इसके दोषी बड़े साहूकारों पर दोस्ताना संबंध होने के कारण कार्यवाही नहीं करना चाहती। विदेशों में काले धनवालों के खाते बढ जाएं धन बढ जाए और सरकार के मुखिया को मालुम न पड़े ऐसा संभव नहीं। कोई बड़ी गड़बड़ है जो देश से छिपाई जा रही है। प्रधानमंत्री को मालुम है तो यह भी मालुम है कि ये काले साहुकार कौन कौन हैं?
👌 जो लोग करोडो़ं रुपये लेकर विदेश भाग गये उनको पकड़ कर भारत में लाया नहीं गया। जो कार्यवाही हुई वे ढीली हुई या ढीली की जाती रही। एक भी पकड़ कर नहीं लाया गया।
👌👌 भारत सरकार की नजरों में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ही दोषी है जिसके मंत्री मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास कुछ भी मिला नहीं लेकिन उनको जेल में डाल रखा है।
👌 आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल मोदीजी की सरकार के आंखों में रड़कती रही है।क्योंकि ये भाजपा को हराते रहे हैं। पहले दिल्ली और फिर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई। दिल्ली में मेयर फिर पंजाब में मेयर भी आम आदमी पार्टी का बन गया। दिल्ली में शराब नीति में ठेकेदारों को अनुचित लाभ देने का और उनसे रिश्वत लेने का आरोप है। जिसका आरोप है वह जुबानी है और उसके भाजपा से संपर्क हैं। होना तो यह चाहिए था कि ईडी जांच करती पुख्ता होने पर मुकदमा कर गिरफ्तारी करती धन बरामद करती। यहां पहले गिरफ्तारी हुई है और धन का कहीं अतापता नहीं है। शराबनीति को उपराज्यपाल ने स्वीकृति दी। गुजरात में शराबनीति क्या है जहां रोजाना शराब तस्करी में करोडो़ं रूपयों का घोटाला होता है। दिल्ली की नीति तो गुजरात के आगे कुछ भी नहीं
👌प्रचार होता है कि ऐसा प्रधानमंत्री पहले नहीं आया जिसने विश्व में शक्तिशाली होने की धाक जमाई हो। बस,ऐसा शक्तिशाली प्रधानमंत्री विदेशों से कालाधन नहीं ला पाया और न वहां कालाधन जमा करने वाले को पकड़ पाया।
👌👌 अब फिर तीसरी बार सत्ता क्यों दी जाए? 400 से पार सीटें लेकर क्या करना चाहते हैं? ये चारसौपार पर जनता क्यों कह रही है कि संविधान में कोई बड़ा बदलाव करोगे और आरक्षण खत्म करोगे? हिंदू राष्ट्र घोषित करोगे?
👍 भाजपा का दावा 400 पार का है और अन्य पार्टियां व बयान कह रहे हैं कि 250 से 255 सीटें ही भाजपा को मिल पाएगी।
चार सौ पार में कुछ बड़ा रहस्य छिपा है और आगे जनता का क्या होने वाला है। संपत्ति कारोबार जनता के रहेंगे या नहीं। जनता को हर घोषणा पर गारंटी पर अविश्वास नजर आ रहा है।०0०
23 अप्रैल 2024.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 60 वर्ष.
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356.
पेयजल संबंधित शिकायत श्रीगंगानगर जिले में मोबाइल नं पर दर्ज कराएं
* करणीदानसिंह राजपूत *
श्रीगंगानगर, 22 अप्रेल। गर्मी के मौसम में आमजन को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वृत श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता श्री आशीष गुंप्ता ने सोमवार सुबह शहर के कई इलाकों में औचक निरीक्षण किया।
किसी भी स्थान पर पेयजल की शिकायत आने पर वृत स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 0154-2445031 पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
इसके साथ-साथ विभाग के संबंधित सहायक अभियंताओं के मोबाइल फोन पर भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। अवैध कनेक्शन चिन्हित कर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए।
श्रीगंगानगर शहर में पेयजल संबंधी समस्या होने पर बलविन्द्र सिंह सहायक अभियंता राजस्व खंड श्रीगंगानगर (मोबाइल नंबर 94603-00065), अमरजीत सिंह, सहायक अभियंता, उपखण्ड श्रीगंगानगर शहर प्रथम (मोबाइल नंबर 88548- 51725), रूपेश, सहायक अभियंता, उपखण्ड श्रीगंगानगर शहर द्वितीय (मोबाइल नंबर 93523- 23293) पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
इसी तरह अन्य उपखण्ड मुख्यालयों पर भी संबंधित सहायक अभियंता शिकायत निवारण के लिए तत्पर रहेंगे। श्रीगंगानगर ग्रामीण उपखण्ड से संबंधित शिकायत होने पर सहायक अभियंता प्रशांत खैरवा (मोबाइल नंबर 96672-57492), श्रीकरणपुर उपखण्ड से शिकायत होने पर सहायक अभियंता मोनिन्द्रजीत सिंह (मोबाइल नंबर 94143-25054), पदमपुर क्षेत्र से संबंधित शिकायत होने पर सहायक अभियंता अमरजीत सिंह (मोबाइल नंबर 88548-51725), सादुलशहर क्षेत्र से संबंधित शिकायत होने पर राहुल (मोबाइल नंबर 8766625039) तथा सूरतगढ क्षेत्र से संबंधित शिकायत होने पर सहायक अभियंता अजय सहारण (मोबाइल नंबर 93191-33316) पर शिकायत दर्ज करवा सकेंगे।०0०
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